कैलाश मानसरोवर की यात्रा अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जानी जाती है। इस यात्रा को पूरा करने के लिए एक लंबा ट्रेक करना पड़ता है जो किसी बच्चे का खेल नहीं है | कठोर ठंड और बुलंद उचाई के साथ–साथ इस यात्रा में बहुत खतरा भी हैं। इन सब कठिनाइयों के बावजूद, भगवान शिव के भक्त इस यात्रा को सफल करने हर साल अपने घरों से कैलाश पर्वत तक का सफर तेह करते है |
यह यात्रा आपको समुद्र तल से 19,500 फीट की ऊँचाई पर, ठंड और ऊबड़–खाबड़ इलाक़ों के बीच कठिन परिस्थितियों में ट्रेकिंग करने का अनुभव देती है। लेकिन अगर आप शारीरिक और मेडिकल रूप से फिट नहीं हैं, तो कैलाश मानसरोवर की यात्रा आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है | इसलिए, कैलाश मानसरोवर यात्रा की योजना बनाने से पहले, कुछ ज़रूरी बातों का पालन करें | यात्रा की पूरी जानकारी के लिए निचे पढ़े |
धार्मिक महत्वता – Religious Significance
मुख्य रूप से हिंदू, बौद्ध, जैन और बॉन हैं जो कैलाश पर्वत को एक पवित्र स्थान मानते हैं।हिंदू मान्यता के अनुसार, भगवान शिव, अपनी पत्नी पार्वती के साथ, कैलाश पर्वत के शिखर पर निवास करते हैं। जैनों के अनुसार, कैलाश वह स्थान है जहाँ पहले जैन तीर्थंकर ने निर्वाण प्राप्त किया था। बौद्ध धर्म में, मान्यता यह है कि कैलाश पर्वत पर बुद्ध रहते हैं। बॉन, (एक धर्म जो तिब्बत में बौद्ध धर्म से पहले का है), यह मानना है कि पूरा क्षेत्र सभी आत्मिक शक्ति का स्थान है |
इसके अलावा यह मानते है कि मानसरोवर झील में स्नान करने से आपके सारे पाप धुल जाते है |
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय – Best time to go on Kailash Mansarovar Yatra
कैलाश मानसरोवर की यात्रा प्रत्येक वर्ष अप्रैल से अक्टूबर के महीनों के दौरान कभी भी की जा सकती है। इस यात्रा को करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर है क्योंकि इस समय तापमान आरामदायक होता है और आपको खूबसूरत नज़ारे देखने को मिलते है |
यात्रा पर जाने की योग्यता – Who is eligible?
- यात्रा में चुने जाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें –
- भारत का नागरिक होना चाहिए।
- 6 महीने के लिए वैध भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए।
- न्यूनतम 18 और अधिकतम 70 वर्ष की आयु होनी चाहिए।
- 25 या उससे कम का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) होना चाहिए।
- यात्रा शुरू करने के लिए शारीरिक रूप से फिट और मेडिकल रूप से स्वस्थ।
- विदेशी नागरिक और ओसीआई कार्ड वाले लोग अप्लाई नहीं कर सकते।
चुने जाने की प्रक्रिया– Selection Process
आवेदकों को चुनने की प्रक्रिया एक कंप्यूटर द्वारा की जाती है जो बिना सोचे समझे संतुलित लिंग को चुनती है | चुने जाने वाले आवेदकों को एक स्वचालित ईमेल या एसएमएस भेजा जाता है | वेबसाइट पर पैसे देके चुने हुए लोगो को अपनी जगह की पुष्टि करनी पड़ती है |
1. दिल्ली में मेडिकल टेस्ट – Medical Tests in Delhi
चुने जाने के बाद यात्रियों को दिल्ली में ३–४ दिन के लिए ले जाया जाता है | दिल्ली के हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट और आईटीबीपी बेस हॉस्पिटल में उनके मेडिकल टेस्ट होते है | आईटीबीपी बेस हॉस्पिटल ही तय करता है की कौन से यात्री यात्रा पर जाने के लिए फिट है | और जिन यात्रियों का यह टेस्ट पास होता है वही यात्रा करने के लिए आगे बढ़ते है |
2. यात्रा के अतिरिक्त मेडिकल टेस्ट – Additional Medical Tests en route
उचाईयों पर ट्रैकिंग करने के दौरान भी ITBP गुंजी (लिपुलेख पास से यात्रा) और शेरथांग (नाथू ला से यात्रा) में मेडिकल परीक्षण करता है | इस समय जो भी यात्री मेडिकली फिट नहीं होते उन्हें आगे नहीं जाने दिया जाता |
चयन के बाद महत्वपूर्ण दस्तावेज – Important Documents after Selection
सभी चुने गए यात्री निचे दिए दस्तावेज़ों को अपने साथ नई दिल्ली ज़रूर ले जाए –
- भारतीय पासपोर्ट जो ६ महीनों तक वैद हो |
- क्षतिपूर्ति बंध–पत्र जो एक गैर–न्यायिक स्टाम्प पेपर पर हो, या स्थानीय रूप से लागू हो, जिसे फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट या नोटरी पब्लिक द्वारा प्रमाणित किया गया हो | चुने गए यात्रियों को इस क्षतिपूर्ति बॉन्ड पर हस्ताक्षर करने पड़ते है जिस पर यह लिखा होता है की वे अपने जोखिम पर यह यात्रा कर रहे हैं। – Indemnity Bond
- आपातकालीन में हेलीकाप्टर से निकास करने की अंडरटेकिंग | – Undertaking (Helicopter Evacuation)
- एक फॉर्म पर हस्ताक्षर करने पड़ते है जिसपे लिखा होता है कि यदि किसी की चीन में यात्रा के वक्त मृत्यु हो जाती है, तो शव चीन वालो के होंगे | – Consent (for cremation)
माउंट कैलाश यात्रा परमिट – Mount Kailash Travel Permit
यात्रा दस्तावेजों की आवश्यकता काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि आप कैलाश पर्वत की यात्रा कहाँ से ककर रहे है |
ल्हासा – यदि आप ल्हासा से कैलाश पर्वत जाते है, तो आपको तिब्बत का परमिट लेना पड़ता है और एक तिब्बतन गाइड आपको बुरंग में माउंट कैलाश जाने के लिए एलियन यात्रा परमिट और सैन्य परमिट और विदेशी मामलों का परमिट दिलवाता है |
काठमांडू – यदि आप काठमांडू से कैलाश पर्वत जाते है तो ज़रूरी दस्तावेज़ों के इलावा तिब्बत में एंट्री के लिए आपको असली पासपोर्ट के साथ चीन ग्रुप वीसा लेना पड़ता है | इस प्रोसेस में ३ दिन लगते है तो उतना समय अलग से निकल के चलिए |
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 – Kailash Mansarovar Yatra 2025
इस वर्ष यानि 2025 में कैलाश मानसरोवर यात्रा मई और सितंबर के महीनों के बीच आयोजित की जा रही है। यह यात्रा 18 से 70 वर्ष के बीच के लोगों के लिए खुली है जो सड़क और हेलीकाप्टरों द्वारा पूरी की जा सकती है। पूरी जांच जिसमें मेडिकल जांच और अन्य चीजें शामिल हैं, जिसमें 10 से 30 दिन लग सकते हैं।
हमारे कैलाश मानसरोवर यात्रा पैकेज आपकी कैलाश पर्वत चढ़ने की मनोकामना को पूरी करते है | यह आध्यात्मिक यात्रा भारत तीर्थ यात्रा के मुख्य आकर्षण में से एक है। तीर्थयात्रियों के यादगार अनुभव के लिए, हर बैच में अंग्रेजी बोलने वाले गाइड और टूर लीडर्स उपलब्ध हैं। यात्रा के दौरान किसी भी मेडिकल आपात स्थिति के कारण तीर्थयात्रियों की भलाई के लिए मेडिकल सुविधा और डॉक्टर भी उपलब्ध हैं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा पैकेज
कैलाश मानसरोवर यात्रा के रास्ते – Kailash Mansarovar Yatra routes
सड़क से – By Road
सड़क से कैलाश मानसरोवर की यात्रा नेपाल और भारत से की जाती है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में सड़क से यात्रा शुरू होती है। तीर्थयात्री काठमांडू के लिए उड़ान भर सकते हैं और फिर कैलाश पर्वत के फूटहिल तक सड़क से सिरबागुशी, केरूंग, सागा और डोंगा तक की यात्रा कर सकते हैं। परिक्रमा (पवित्र पर्वत और झील की परिक्रमा) के बाद, सड़क से ही, दारचेन, डिरफुक और ज़हलथुलफुक से होते हुए काठमांडू पहुंच सकते है |
दिन: १४
भारत से, यह मार्ग लिपुलेख पास (उत्तराखंड) और नाथुला पास (सिक्किम) से उपलब्ध है | आप चाहे तो लक्ज़री कोच मिल सकता है जिसमें ज़रूरत की चीज़े होती है |
दिन: १३ – १४
हेलीकाप्टर से – By Helicopter
कैलाश मानसरोवर की यात्रा हेलीकाप्टर द्वारा भी पूरी की जा सकती है | न केवल यह आपको वीज़ा से बचाता है बल्कि आपका समय भी गवारा नहीं होने देता | साथ–ही–साथ परेशानी मुक्त यात्रा और पहाड़ों के सुंदर दृश्यों देखने के आनंद भी देता है |
कैलाश मानसरोवर की यात्रा हेलीकाप्टर से काठमांडू या नेपालगंज से उपलब्ध है। यह यात्रा आपको सुरम्य स्थलों, चुनौतीपूर्ण ट्रेक और आत्मिक आनंद का अनुभव प्रदान करती है। इसमे काठमांडू से नेपालगंज और फिर सिमिकोट की उड़ान शामिल है। हेलीकॉप्टर तीर्थयात्रियों को हिलसा ले जाता है। लैंड क्रूज़र का उपयोग करके मानसरोवर झील और माउंट कैलाश तक पहुंचा जाता है। परिक्रमा के बाद, सड़क से, दारचेन, डिरफुक और ज़ुल्थुलफ़ुक से होते हुए काठमांडू पहुंच सकते है |
दिन: ८ – १३
कैलाश पर्वत के ट्रेक पर रहना और खाना – Accommodation and Dining for Mount Kailash Trek
भारत में यात्रा के खाने और वाहनों का बंदोबस्त कुमाऊँ मंडल विकास निगम (KMVN) or सिक्किम पर्यटन विकास निगम (STDC) करता है – लिपुलेख और नाथू ला मार्ग पर | तिब्बत में, TAR रहने की जगह और सैन्य सहायता प्रदान करता है |
चूंकि आजकल आवास सुविधाओं में बहुत सुधार हुआ है, इसलिए 3-दिन कोरा के दौरान शिविर लगाने की आवश्यकता नहीं है। आप डिरापुक मठ (पहली रात) और दजुलत्रिपुक मठ (दूसरी रात) में गेस्टहाउस में रह सकते हैं। और डोल्मा ला पास के नीचे कुछ तिब्बती द्वारा संचालित टेंटेड कैंप लगाये जाते हैं, जो भोजन देते हैं, जैसे कि नूडल, सूप और मीठी चाय, गर्म पानी और कुछ तले हुए चावल आदि।
दुर्गम वातावरण के कारण, गर्म पानी या शॉवर की सुविधा नहीं होती । और इलेक्ट्रिक कंबल और कई चादरें आपको रात के में गर्म रखने के लिए मिलती है | यदि आपको गंदी चादरों से दिक्कत होती है तो आप स्लीपिंग बैग भी ले सकते है। अपने ट्रेक के दौरान, आप अधिक्तर निजी शौचालय पा सकते हैं, पर महिलाओं के लिए यह एक छोटी चुनौती हो सकती है। इसलिए अपना टॉयलेट पेपर, वेट वाइप्स और टॉयलेटरी इत्यादि लेकर जाएं।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए क्या लें जाएं – What to pack for Kailash Mansarovar Yatra
- 2 छोटे जलरोधक डफेल बैग या बैकपैक्स
- अच्छे हाईकिंग करने के जूते जिसमे एंकल सपोर्ट हो
- जूते की एक और जोड़ी
- चलने और हाईकिंग करने के लिए लकड़ी
- सोने के लिए बैग्स
- मशाल और एक गले में डालने के लिए सीटी
- इलेक्ट्रोलाइट्स / ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट
- पानी की बोतल
- टॉयलेट पेपर
- वर्षा सूट / पोंचो
- कमर का बैग
- सनस्क्रीन, लिप बाम, टोपी और धूप का चश्मा
- चेहरा और नाक का नकाब
- ज़रूरी दवाइयाँ
- तौलिया
- कुछ सूखे मेवे और मखाने
- गरम कपड़े
- लगेज के लिए टैग और नंबर वाला ताला
- फोन और कैमरे के लिए बैटरी पैक
- मेमोरी / बैटरी के साथ कैमरा
- फोन और कैमरा चार्जर (नेपाल और तिब्बत में भारत के समान ही प्लग एडेप्टर हैं)
- इस्तेमाल किए गए और अप्रयुक्त कपड़ों को अलग करने के लिए प्लास्टिक बैग
- स्विस चाकू
यात्रा के लिए कुछ स्मार्ट टिप्स – Some Smart Tips for the Trip
- पूर्ण संपर्क जानकारी के साथ सामान के प्रत्येक टुकड़े में पासपोर्ट की फोटोकॉपी
- भारतीय और चीनी अधिकारी मेडिकल सहायता प्रदान करते हैं, लेकिन आप अपनी आवश्यक दवाओं के साथ फर्स्ट ऐड किट ले जाएँ
- पहाड़ चढ़ते समय निर्जलीकरण (dehydration) को रोकने के लिए खूब पानी पिएं
- यदि थकान महसूस हो रही है, तो आगे बढ़ने से पहले थोड़ा ब्रेक लें
- यात्रा के दौरान शराब न पिएं और धूम्रपान से बचें, इससे आपको यात्रा करने में तकलीफ हो सकती है
- ऊंचाई पर बीमारी और कठिन गतिविधि से बचने के लिए धीरे–धीरे चढ़ना सबसे अच्छा तरीका है
- आयु सीमा – व्यक्ति की आयु न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 70 वर्ष होनी चाहिए
- कैलाश मानसरावर की यात्रा एक जानी–मानी एजेंसी से प्री–बुक एक करें
- कैलाश पर्वत पर पैसे बचाने के लिए आप ग्रुप टूर लें सकते है
- शारीरिक रूप से होना बहुत ज़रूरी है, इसमलए जाने से पहले फिटनेस की तैयारी करें
- ट्रेकिंग कोई प्रतियोगिता नहीं है; अपनी गति का पता लगाएं और एक्यूट माउंटेन सिकनेस से बचें
- ट्रेकिंग करते समय अपना बैग ज्यादा न भरें
अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल – Frequently Asked Questions/ FAQs
प्रशन. क्या 70 साल से ऊपर का व्यक्ति, जो चिकित्सकीय रूप से फिट है, उसे नाथू ला पास मोटोरेबल रोड पर जाने की अनुमति है?
उत्तर. यह सुझाव दिया जाता है कि 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को उच्च ऊंचाई में शामिल नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इस तरह की उन्नत उम्र में उन्हें तनाव का सामना कर सकता है।
प्रशन. क्या यात्री यात्रा में दी गयी जगहों से हटकर घूम सकते है ?
उत्तर. नहीं, सुरक्षा, अनुसूचित समय और पूरे बैच को मध्य नज़र रखते हुए यात्रा में अन्य स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं दी जाती |
प्रशन. यदि कोई यात्रा शुरू करने में असमर्थ होता है तो क्या यात्रा पैसे वापस कर दिया जाते है? धनवापसी प्राप्त करने की क्या प्रक्रिया है?
उत्तर. वेट–लिस्टेड यात्री जो कन्फर्म हो जाता है उसके कन्फर्मेशन के INR 5000 नॉन–रिफंडेबल है | अगर वेट–लिस्टेड यात्री कन्फर्म नहीं होता, तो पैसे वापस लिए जा सकते है | लेकिन रिफंड कैलाश मन्सूरवार की यात्रा के बैच पूरे होने पर ही मिलता है | यह ध्यान रखें कि विदेश मंत्रालय (MEA) किसी भी तरह की फीस नहीं लेता और इसीलिए ना वह कोई रिफंड देता है और ना ही किसी भी प्रकार का अकाउंट रखता है | अगर आपको रिफंड चाहिए तो आप सीधा कुमाऊँ मंडल विकास निगम (KMVN) or सिक्किम पर्यटन विकास निगम (STDC) से सम्पर्क कर सकते हैं |
कैलाश मानसरोवर यात्रा पैकेज
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